एफएआरसी (FARC) और कोलम्बियन सरकार के मध्य ऐतिहासिक 52 वर्षीय विवाद की समाप्ति
बैंगलौर 27 सितम्बर : एफएआरसी (FARC) और कोलम्बियन सरकार के मध्य 26 सितम्बर को कार्टेजीना-डी-इंडीस में ऐतिहासिक 52 वर्षीय विवाद शांति समझौते के हस्ताक्षर के साथ औपचारिक रूप से समाप्त हो गया। इस कार्यक्रम के लिए कोलम्बिया के राष्ट्र्पति द्वारा गुरूदेव श्री श्री रविशंकर जी को आमंत्रित किया गया था।
शांति प्रयासों के लिए धन्यवाद |
माननीय राष्ट्र्पति श्री संतोस ने इस अवसर पर श्री श्री को कहा कि, ‘‘आपके शांति प्रयासों के लिए आपने जो भी कुछ किया उसके लिए धन्यवाद ! शांति स्थापित करने में आप हमारे लिए बहुत बडा सहारा और मित्र रहे हैं। आपकी संपूर्ण सहायता और आपके आध्यात्मिक दिशा निर्देश महत्वपूर्ण रहे और इसके लिए मैं आपका हमेशा धन्यभागी रहूँगा।’’ श्री श्री ने इस अवसर पर कहा कि, ‘‘एफएआरसी और कोलम्बिया के लोगों के लिए यह अविस्मरणीय दिन है।’’ अपनी कोलम्बिया यात्रा के दौरान श्री श्री ने 500 सामाजिक लीडरों के समूह को सम्बोधित करते हुए शांति प्रयास के लिए, अपनी आंतरिक शांति को उजागर करने के प्रयास पर बल दिया। विराम के पश्च्यात विवाद निपटाने के लिए नियुक्त मंत्री रेफल पार्डोही के साथ की गई बैठक में शांति निर्माण और स्थितियों को सामान्य बनाने के विषय पर बृहद (काफी) चर्चा की।
पीडित युनिट के निर्देशक एलन जारा और उनके साथ 12 पीडितों ने श्री श्री रवि शंकर जी के साथ मुलाकात की। उन्होंने बताया कि किस तरह एफएआरसी के सदस्यों को आर्ट आॅफ लिविंग की तकनीकों ने उभारा। आरकोस नाम के देशी समूदाय द्वारा श्री श्री से आग्रह किया गया कि वे उनके क्षेत्र में पर्यावरण, संस्कृति और प्राचीन परम्परा को बचाने हेतु मदद करें।
श्री श्री रवि शंकर जी ने इस अवसर पर ट्वीट किया कि, ‘‘ पीडितों को हवाना ले जाकर क्षमा याचना करवाना बहुत ही महत्वपूर्ण रहा और कोलम्बिया में बदलाव का कारण बना।’’ वे उस क्षमा बैठक के संदर्भ में बोल रहे थे जिसे आर्ट आॅफ लिविंग द्वारा एफएआरसी लीडर और 12 अपहरण किए गए लोगों के परिजनों के मध्य हुआ था। जिन्हे एफएआरसी द्वारा मृत्यु के घाट उतार दिया था, उनमें से केवल एक व्यक्ति बचा था।
आर्ट आॅफ लिविंग ने एफएआरसी लीडर और 12 लोगों के परिवारों के मध्य (जिन्हे अपहरण /किडनेप कर एफएआरसी ने मार दिया था) के बीच क्षमा कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। 12 में से केवल एक व्यक्ति जीवित बचा था। इस बैठक में परिजनो के समक्ष एफएआरसी की ओर से कहा गया कि, ‘‘आज बहुत ही विनम्रता से हम कहना चाहते हैं कि हमें अपने कृत्यों के लिए क्षमा कर दिया जाए।’’ यह बैठक उन परिजनों और एफएआरसी के सदस्यों के मध्य मित्रता के साथ दिवंगत आत्माओं को श्रृद्धांजलि के रूप में देकर सम्पन्न हुई। आर्ट आॅफ लिविंग विवाद के बाद के कार्यों में संलग्न होकर स्थितियों को सामान्य करने में लगा हुआ है।
श्री श्री रवि शंकर जी ने ट्वीट किया है कि
"हमारे प्रयास से युद्ध पीड़ितों को क्षमा याचना कार्यक्रम के लिए हवाना लेके जाना बहुत ही महत्वपूर्ण रहा उसी से कोलंबिया में जनमत संग्रह सकारात्मक हो गया। गलतियोंको को मानना और क्षमा मांगना एफएआरसी के नेताओं के लिए महत्वपूर्ण कदम था। यह सब ध्यान की शक्ति से हुआ।’’
श्री श्री रवि शंकर जी ने कहा
‘‘हम अगर साथ में और दिलों, दिमाग से काम करे तो कोलंबिया में शांति के प्रयास से लेटिन अमेरिका का नया स्वीटजरलैंड बनने की उम्मीद है। ।’’
श्री श्री रवि शंकर जी को 30 नवम्बर 2016 को मुख्य वक्ता के रूप में कोलंबिया के पुर्नउद्धार के लिए काली में होने वाले कार्यक्रम में पुनः आमंत्रित किया गया है।
- आर्ट ऑफ लिविंग ब्यूरो ऑफ़ कम्युनिकेशन