आज कल की भाग दौड़ की ज़िन्दगी मैं शरीर के अहम् हिस्से जैसे पीठ और कूल्हे में काफी कठोरता आ जाती हैं। ऐसी स्थिति में शरीर में लचीला पन लाये बिना व्यायाम करने से शरीर को चोट लगने की सम्भावना बढ़जाती है। कूल्हे में कठोरता होने से शरीर में रक्त संचार और ऊर्जा में कमी आ जाती है।
योग आसन आप के शरीर को लचीला बनाने में सहायता कर सकते हैं। कुछ आसनों को प्रतिदिन करने से शरीर के नीचले हिस्सो में रक्त संचार में काफी परिवर्तन देखा गया है और यह आसन एक से अधिक मांसपेशियों पर काम करते हैं कूल्हे को विश्राम देने के साथ साथ यह पैर की तंग मांसपेशियों के लिए भी काफी लाभदायक होता है।
शरीर के आवर्तन
- सुखासन या पद्मासन में बैठ जाए।
- रीढ़ की हड्डी सीधी हो और कंधे तने हुए ना हो। गहरी सांस ले।
- सांस बाहर छोड़ते हुए कमर से आगे झुके। ध्यान रहे की रीढ़ की हड्डी सीधी हो।
- सांस अंदर लेते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से याने की धड़ को ऊपर की ओरघुमाये, रीढ़ की हड्डी को सीधारखते हुए।
- सांस छोड़ते हुए शरीर को नीचे घुमाये एक पूरा चक्र बनायें।
- ऊपर दिए हुए आदेशों को १-४ बार दोहराये और फिर विपरीत दिशा से भी दोहराये।
- यह आसन शरीर के नीचले हिस्से के तनाव को दूर करता हैं और रीढ़ की हड्डी को मजबूत (शक्तिशाली) करता हैं। यथासंभव इस आसान को दोहराये।
पश्चिमोत्तानासन
- ज़मीन पर बैठ कर अपने पैरो को सीधा कर ले। ध्यान रहे कि रीढ़ की हड्डी सीधी हो और पैर की ऊंगलियां तुम्हारी तरफ खिंची हुई हो।
- सांस अंदर लेते हुए हाथों को ऊपर ले जाए। ऊंगलियां और अंगूठे आकाश की और इशारा करती हुई। सांस छोड़ते हुए आगे की और झुके और पैर के अंगूठे को हाथो से छूने का प्रयास करे। पीठ ,कूल्हे और पैरो में खिंचाव महसूस होगा। ध्यान रहे कि पैरो को मोडे नहीं। पैरो के अंगूठे को पकड़े रहे और अपनी तरफ खींचने का प्रयास करे। सांस अंदर ले और लेते हुए सर को थोड़ा ऊपर उठाने का प्रयास करे ताकि आपके रीढ़ की हड्डी मैं खिंचाव आये। सांस छोड़ते हुए नाभि को घुटने की तरफ ले जाए|ऊपर दी गयी प्रक्रिया को २-३ बार दोहराये सर को नीचे रख कर २०-३० सेकंड गहरी सांस ले|हाथो को सामने फैला ले और सांस अंदर लेते हुए शरीर को फिर से ज़मीन पर सीधा बैठे हुए स्थिती मेंले आये। १० सांस छोड़ते हुए हाथो को ज़मीन पररखे। यह आसन करने से पीठ के नीचले हिस्से, कूल्हे और पैरो में खिंचाव महसूस होता हैं।
पूर्वोत्तानासन
- ज़मीन पर बैठकर अपने पैरो को सीधा फैला ले। ध्यान रहे रीढ़ की हड्डी सीधी हो और दोनों तलवे साथ मे।
- हथेलियों को कंधे के पीछे ज़मीन पर रख दे। पूरे शरीर को सुनिश्चित श्रोणि क्षेत्र से ऊपर उठा ले।ध्यान रहे कि शरीर एक सीधी रेखा की तरह हो और तनाव महसूस करे।
- धीरे धीरे अपने सिर को आराम दे और शरीर कोधीरे धीरे ज़मीन के निकट (करीब) लाये।
- साँस छोड़ते हुए ज़मीन पर फिर से बैठ जाए।यह आसन करने से कंधे, हैमस्ट्रिंग और कूल्हों मैं खिंचाव महसूस होता है।
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