ऊँचे आसमान में उड़ते सुपरमैन की अवस्था से प्रेरित यह विपरीत शलभ आसन है। इस वृतांत से ही इस आसन को अपना छोटा नाम मिला।
विपरीत: उल्टा / पलटा हुआ, शलभ - आसन.
यह आसन विशेष रूप से पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों को सशक्त करता है।
विपरीत शलभ आसन करने की प्रक्रिया | How to do Superman Pose (Viparita Shalabhasana)
- अपने पेट के बल लेट जाएँ, अपनी एड़ियों को जमीन पर सीधा रखें, ठोड़ी को जमीन पर विश्राम दें।
- अपने पैरों को एक दूसरे के पास लाएँ और पंजों को आपस में एक साथ रखें।
- अब, अपने हाथों को सामने की ओर जितना हो सकता है, बाहर की ओर खींचे।
- एक गहरी साँस लें और अपनी छाती, हाथों, पैरों व जांघों को जमीन से ऊपर उठाएँ। आप बिलकुल उड़ते हुए सुपर हीरो की तरह लग रहे हैं – सुपर मैन ! अपने चेहरे पर मुस्कान लाएँ – सुपर हीरो हमेशा खुश रहते हैं, विशेषतः उड़ते समय। अपने हाथों और पैरों को ज्यादा ऊपर उठाने के प्रयास के स्थान पर उन्हें विपरीत दिशा में खींचने का आसान प्रयत्न करें। शरीर के दोनों विपरीत भागों में लग रहे खिंचाव को महसूस करें। इस बात का ध्यान रखें कि आपकी कोहनियाँ और एडियाँ मुड़ी हुई न हो।
- सजगता पूर्वक साँस लेते रहें, अपना ध्यान शरीर में हो रहे खिंचाव की ओर रखें।
- जब आप साँस छोड़ें तब अपनी छाती, हाथों और पैरों को धीरे से नीचे लाएँ।
- यह आसन छाती, कन्धों, हाथों, पैरों, पेट और पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
- पेट तथा पीठ के निचले हिस्से को बेहतर करता है।
- रीढ़ की हड्डी की मालिश करता है और पीठ को मजबूत बनाता है।
- छाती में खिंचाव पैदा करता है।
- रक्त प्रवाह को अच्छा करता है।
- यह मानसिक स्तर पर भी कार्य करता है – जब आप उठतें हैं तब आप वर्तमान अवस्था में रहते हैं। अगर आप चाहें तो भी किसी समस्या को सोच नहीं सकते हैं।
- यह, पेट के लिए एक अच्छा व्यायाम हो सकता है.
- यदि जल्द ही पेट की शल्य क्रिया हुई हो तो यह आसन न करें।
- गर्भवती महिलाएं, इस आसन को न करें।
विपरीत शलभ आसन की विशेषताएँ | Benefits of the Superman Pose (Viparita Shalabhasana)
पद्मसाधना की प्रक्रिया में, भुजंगासन के बाद, विपरीत शलभ आसन पांचवां आसन है।
विपरीत शलभ आसन के अंतर्विरोध | Contraindications of the Superman Pose (Viparita Shalabhasana)
देखें - लेटकर किये जाने वाले समस्त आसन
यद्यपि योगाभ्यास शरीर और मन के लिए बहुत फ़ायदेमंद है, फिर भी इसे दवा के बदले आजमाना उचित नहीं है। योग शरीर व मन का विकास करता है। इसके अनेक शारीरिक और मानसिक लाभ हैं परंतु इसका उपयोग किसी दवा आदि की जगह नही किया जा सकता। यह आवश्यक है की आप यह योगासन किसी प्रशिक्षित श्री श्री योग (Sri Sri yoga) प्रशिक्षक के निर्देशानुसार ही सीखें और करें. यदि आपको कोई शारीरिक दुविधा है तो योगासन करने से पहले अपने डॉक्टर या किसीभी श्री श्री योग प्रशिक्षक से अवश्य संपर्क करें। श्री श्री योग कोर्स (Sri Sri yoga) करने के लिए अपने नज़दीकी आर्ट ऑफ़ लिविंग सेण्टर पर जाएं। किसी भी आर्ट ऑफ़ लिविंग कोर्सके बारे में जानकारी लेने के लिए हमें info@artoflivingyoga.org पर संपर्क करें.