बेटी बचाओ प्रतिज्ञा (संकल्प) अभियान

अवलोकन 

     कार्य क्षेत्र : अखिल भारतीय 

      अवधि   :  2013 से जारी 

      सहभागी  : यूनिसेफ़ ( UNICEF )

जया ( नाम बदला हुआ ), राजकीय विद्यालय येदीपुर की एक 13 वर्षीय छात्रा , का विवाह एक 25 वर्ष के पुरुष केसाथ होना निश्चित किया गया था ।अपनी न्यायोचित परेशानी की जानकारी  उसने अपने स्कूल के मुख्याध्यापक के साथसाझा की ।अपने स्तर पर उस की माँ को समझने में असफल रहने पर , मुख्याध्यापक ने चेतावनी दी कि वह इस अपराधके बारे में पुलिस को सूचित करेगा । 

हमारी टीम, जो बालिका बचाओ प्रतिज्ञा अभियान पर काम कर रही थी , मुख्याध्यापक से मिली और इस विषय पर बातकी । उन्होंने सामूहिक रूप में , जया सहित, सब छात्रों के साथ बात की। जब जया अवकाश के दिनों में अपने घर वापस गयी तो उसने अपनी माँ से अपनी पढ़ाई जारी रखने की इच्छा प्रकट की ।मुख्याध्यापक द्वारा बहुत समझाने और जया द्वारा साहसिक प्रतिरक्षा के चलते , उसकी माँ मान गयी । जया अब अपनीपढ़ाई जारी रखेगी। 

जया जैसी अनेकों  कहानियाँ पूरे भारत में व्याप्त हैं । ऐसे देश में जहां हर वर्ष लगभग 10 लाख कन्या भ्रूण हत्या हो जाती हैं , बालिकाओं के प्रति दृष्टिकोण में  व्यापक परिवर्तन की आवश्यकता है । यूनिसेफ़ ( UNICEF) के सहयोग से हमने बच्चों को प्रभावित करने वाले विभिन्न विषयों पर आम जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्टआरम्भ किया है। अब तक 10 लाख से अधिक लोग कन्या भ्रूण की सुरक्षा के लिए प्रतिज्ञा पत्र पर हस्ताक्षर कर चुके हैं। 

इस परियोजना के दूसरे चरण को [ ACT NOW 2014 ] “अभी करो 2014 “ का नाम दिया गया है जिसमें हम कन्या बालिकाओं के पक्ष में ठोस कार्यवाही करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं ।

हम क्या परिवर्तन लाए

 इस अभियान ने सभी पृष्ठभूमि के लोगों को बालिकाओं की सुरक्षा विशेषतः कन्या भ्रूण हत्या , कुपोषण , शिक्षा, बालविवाह , दुर्व्यवहार , तथा हिंसा जैसे मुद्दों के समाधान के लिए संकल्प लेने को प्रेरित किया है । 

अभी तक की यात्रा कैसी रही

  • 10 लाख से अधिक लोगों द्वारा बालिका बचाने का संकल्प लिया गया 
  • लिंगभेद को लेकर 6 विकट क्षेत्रों, लखनऊ , इंदोर, बेंगलूरू, राँची, बंगाईगाँव, और जयपुर में विशेष कंसर्ट आयोजित किए गए । 
  • लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक वेब साइट बनाई गयी है जिस पर लोग अपने सामूहिक तथा व्यक्तिगत संकल्प कर सकते हैं ।

हमारी कार्यप्रणाली 

हम लोगों तक स्कूलों, महाविद्यालयों, बस्तियों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, अस्पतालों, बैंकों, बॉर असोसीएशन तथा विशेष रुचि समूहों के द्वारा अपने विस्तार कार्यक्रमों के उपयोग से लोगों तक पहुँचे हैं। हमने लोगों को प्रतिज्ञा पत्र पर हस्ताक्षर करने तथा संदेश को प्रचारित करने के लिए प्रेरित किया। 

हमने क्या सीखा

इस पहल में हमने पाया कि प्रभावशाली स्थानीय नेताओं के साथ आमने सामने बैठ कर संवाद / विचार विमर्श करने सेइन प्रयासों को बहुत बल मिलता है । हालाँकि इस प्रकार के संवादों को मापा नहीं जा सकता और यह किफ़ायती भी नहीं होते। अतः हमें जन जन तक पहुँच वाले सामूहिक विस्तार कार्यक्रमों पर ही भरोसा करना होगा । 

आप कैसे सहभागी बन सकते हैं?

बालिकाओं को बचाने और उन्हें समान अवसर दिलाने में मदद करने जैसे मुद्दे राष्ट्रीय मुद्दे हैं। हम इन व्यापक आउटरीच कार्यक्रमों के लिए साझेदारियों को आमंत्रित करते हैं।